अगर आप शिक्षक बनने का सपना देख रहे हैं, तो 2025 से पहले की तैयारी अब काफी नहीं चलेगी। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) ने B.Ed और D.El.Ed जैसे शिक्षक प्रशिक्षण कोर्सों के लिए कुछ नए नियम और दिशानिर्देश लागू किए हैं। इनका मकसद है भारत में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाना और भविष्य के शिक्षकों को और ज़्यादा प्रोफेशनल बनाना।
आइए आसान भाषा में समझते हैं कि इन बदलावों का आपके करियर पर क्या असर पड़ेगा।
अब B.Ed और D.El.Ed साथ में नहीं कर सकेंगे
अब तक बहुत से छात्र समय बचाने के लिए B.Ed और D.El.Ed दोनों को एक साथ कर लेते थे। लेकिन अब NCTE ने साफ कर दिया है कि एक ही समय में दो टीचिंग कोर्स करना पूरी तरह से बंद होगा।
क्यों लिया गया ये फैसला?
- छात्रों का ध्यान एक ही कोर्स पर केंद्रित होगा
- कोर्स की समझ और गहराई बढ़ेगी
- भविष्य के शिक्षक बेहतर तरीके से तैयार होंगे
आपको पहले एक कोर्स पूरा करना होगा, तभी दूसरा शुरू कर सकते हैं।
पढ़ाई के साथ अब जरूरी है प्रैक्टिकल इंटर्नशिप
अब सिर्फ किताबें पढ़ने से शिक्षक नहीं बना जा सकता। NCTE ने इंटर्नशिप और प्रैक्टिकल ट्रेनिंग पर ज़ोर दिया है।
क्या होगा अब?
- कोर्स के दौरान छात्रों को स्कूल में जाकर पढ़ाना होगा
- सीधे बच्चों के साथ काम करने का मौका मिलेगा
- असली कक्षा का अनुभव, आत्मविश्वास और सिखाने की क्षमता बढ़ेगी
इससे आप सिर्फ शिक्षक नहीं, एक अच्छा गाइड बनेंगे।
सिर्फ NCTE से मान्यता प्राप्त कॉलेजों में ही मिलेगा एडमिशन
अब से आप B.Ed या D.El.Ed केवल उन्हीं कॉलेजों से कर सकते हैं जिन्हें NCTE की मान्यता प्राप्त है।
फायदा क्या होगा?
- फर्जी संस्थानों से बचाव
- केवल क्वालिटी ट्रेनिंग मिलना तय
- छात्रों के समय और पैसों की बचत
एडमिशन से पहले कॉलेज की मान्यता जरूर चेक करें।
अब होगा एग्जाम और इंटरव्यू
अब सिर्फ फॉर्म भर देने से बात नहीं बनेगी। हर छात्र को एक लिखित परीक्षा और इंटरव्यू से गुजरना होगा।
नया सेलेक्शन प्रोसेस:
- लिखित परीक्षा
- इंटरव्यू
- हिंदी और अंग्रेजी भाषा की समझ जरूरी
- बेसिक कंप्यूटर नॉलेज अनिवार्य
ये प्रोसेस यह सुनिश्चित करेगा कि सिर्फ वही लोग शिक्षक बनें, जो इस फील्ड के लिए सही हैं।
उम्र सीमा और कोर्स की अवधि में भी बदलाव
अब NCTE ने B.Ed कोर्स के लिए न्यूनतम उम्र 21 साल और अधिकतम 35 साल तय की है। हालांकि आरक्षित वर्ग के लिए छूट दी गई है।
कोर्स की अवधि:
- कुछ कॉलेजों में B.Ed एक साल का होगा, कुछ में दो साल
- D.El.Ed कोर्स की अवधि भी इसी तरह तय होगी
छात्र अब अपनी सुविधा और ज़रूरत के हिसाब से कोर्स चुन सकते हैं।
ITEP – एकीकृत कोर्स की शुरुआत
NCTE ने अब ITEP (Integrated Teacher Education Programme) की शुरुआत की है, जो कि एक सिंगल कोर्स में पूरी शिक्षक ट्रेनिंग देगा।
ITEP कोर्स के फायदे:
- एक ही कोर्स में सभी ट्रेनिंग पूरी
- समय और खर्च दोनों की बचत
- डिजिटल और आधुनिक टीचिंग स्किल्स पर फोकस
ITEP आने वाले समय में शिक्षक शिक्षा की रीढ़ बनने वाला है।
छात्रों को क्या करना चाहिए?
इन नए नियमों के बाद, छात्रों को अपनी तैयारी को नई दिशा में मोड़ना होगा:
- पहले से प्लान करें कि आप कौन सा कोर्स करना चाहते हैं
- सिर्फ मान्यता प्राप्त कॉलेज ही चुनें
- एग्जाम और इंटरव्यू की तैयारी समय पर शुरू करें
- प्रैक्टिकल इंटर्नशिप को गंभीरता से लें
- ITEP जैसे नए विकल्पों पर ध्यान दें
2025 के बाद शिक्षक बनना अब थोड़ा चुनौतीपूर्ण जरूर होगा, लेकिन इसका मकसद है – बेहतर और प्रोफेशनल शिक्षक तैयार करना। ये बदलाव छात्रों को सशक्त बनाएंगे और शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाएंगे। अगर आप वाकई शिक्षक बनने का सपना देख रहे हैं, तो इन बदलावों को अपनाइए और तैयारी शुरू कर दीजिए।